About sidh kunjika
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नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि ।
हुं हुं हुङ्काररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी ।
क्लीङ्कारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते ॥ ८ ॥
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:
ओं ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
श्री मनसा देवी स्तोत्रम् (महेंद्र कृतम्)
ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
'सुक्खू सरकार से लिखित आश्वासन मिलने तक धरना जारी', वोकेशनल टीचर्स more info वेलफेयर एसोसिएशन की दो टूक
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे ॥ ७ ॥